What is Workout | How to do Workout | Types of workout in Hindi
आजकल की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में लोग फिट रहने की ख्वाहिश रखते है | लेकिन वास्तव में Workout या Exercise या उसके साथ-साथ डाइट पर Focus करना कठिन हो जाता है | वह बिजी शेड्यूल के बीच टाइम निकाल कर वर्कआउट के लिए तैयार हो जाते है , लेकिन कड़ी मेहनत के बावजूद भी फिट रहने में नाकामयाब होते है |
आमतौर पर लोग खुद को फिट रखने के लिए बहुत से कार्य करते है , जैसे बॉडी वर्कआउट करना , हल्की-फुल्की डाइट ले लेना या इसके आलावा सात से आठ घंटे की नींद को ले लेना |
इसके बावजूद भी लोग बॉडी या फिट रहने में नाकामयाब है |
ऐसा क्यों है ?
देखिये, में आपको बताना चाहता हूँ कि लोगो को वास्तव में यह नहीं पता होता है कि वर्कआउट क्या है? Workout के प्रकार क्या है? वर्कआउट और एक्सरसाइज में अंतर और वर्कआउट कैसे किया जाता है?
कुछ ऐसी छोटी-छोटी बाते होती है जिन्हे लोग नज़रअंदाज़ करते है और बॉडी बनाने या फिट रहने में असमर्थ हो जाते है |
में आपको इस लेख के माध्यम से वर्कआउट से संबंधित कुछ ऐसी जानकारिया दूंगा जिन्हे पढ़कर आप वास्तव में वर्कआउट से संबंधित जानकारिया को जान जायेंगे |
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Toggleवर्कआउट क्या होता है - What is a workout
Workout एक विशेष प्रकार का व्यायाम होता है जो एक्सरसाइज की categroy में आता है इसके साथ ही इसमें कई तरह की एक्सरसाइज का अभ्यास एक साथ और बार बार होता है | वर्कआउट एक 25 प्रतिशत पसीना और 75 प्रतिशत दृढ़ संकल्प का परिणाम होता है ।
कहा जाता है की सिर्फ और सिर्फ 25 प्रतिशत जिम में वर्कआउट करने से बॉडी बन जाती है शेष प्रतिशत यानि 75 प्रतिशत दृढ़ संकल्प और आत्मविश्वास का परिणाम होता है |
वर्कआउट के प्रकार - Types of workouts
वर्कआउट के तीन प्रकार होते है |
- एन्ड्योरेंस ट्रेनिंग
- वेट ट्रेनिंग या स्ट्रेंथ ट्रेनिंग
- स्टैटिक स्ट्रेचिंग
एन्ड्योरेंस ट्रेनिंग :-
एन्ड्योरेंस ट्रेनिंग जिसे हम एरोबिक एक्सरसाइज भी कहते है |
यह हमारे शरीर में स्टैमिना को बढ़ाता है | यह हृदय और फेफड़ों के कार्यो में सुधार करता है | इसका महत्वपूर्ण लाभ है की यह बॉडी में मेटाबोलिक रेट को बढ़ाता है , जो किसी व्यक्ति को वर्कआउट के बाद भी लम्बे समय तक कैलोरी को बर्न करने में मदद करता है ।
एन्ड्योरेंस एक्सरसाइज : –
- लंबी दूरी की दौड़
- तैराकी
वेट ट्रेनिंग या स्ट्रेंथ ट्रेनिंग :-
वेट ट्रेनिंग या स्ट्रेंथ ट्रेनिंग जिसे हम Resistance Training (प्रतिरोध प्रशिक्षण)भी कहते है |
यह वह ट्रेनिंग होती है जिसमे बारबेल, डम्बल, जिम मशीन या किसी व्यक्ति के अपने शरीर के वजन का इस्तेमाल करके वर्कआउट किया जाता है |
वेट ट्रेनिंग एक्सरसाइज :-
- पुशअप्स
- पुल्ल अप्स
- बारबेल बेंच प्रेस
- स्क्वाट्स
- डेडलिफ्ट
इत्यादि |
स्टैटिक स्ट्रेचिंग :-
हम आपको बताते है की जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है मांसपेशियाो में तनाव , खिचाव , तना-तनी हो जाती हैं। इन सभी तख़लीफ़े से निपटने के लिए स्टैटिक स्ट्रेचिंग की सलाह दी जाती है।
स्टैटिक स्ट्रेचिंग लोगो के तनाव को कम करती है और शरीर में लचीलेपन को बढ़ाती है | यह खेल से पहले या workout से पहले उसके अनुरूप विकसित कर देती है |
स्टैटिक स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज :-
- मिनी माउंटेन स्ट्रेच
- सिर को घुटने की तरफ ले जाने वाला स्ट्रेच
- आर्म एंड शोल्डर स्ट्रेच
- बटरफ्लाई स्ट्रेच
वर्कआउट और एक्सरसाइज में अंतर क्या है? - What is the difference between workout and exercise ?
वर्कआउट और एक्सरसाइज दोनों ही शारीरिक गतिविधियां होती है। चाहे आप वर्कआउट करे या एक्सरसाइज , आप दोनों में ही फिट रहेंगे। वर्कआउट और एक्सरसाइज दोनों ही बॉडी की फंक्शनैलिटी को सुधारती है , आप अपने डेली रूटीन में वर्कआउट या एक्सरसाइज को जरूर शामिल करे।
—वर्कआउट—
वर्कआउट तेज गति का व्यायाम होता है।
इसमें वेट ट्रेनिंग या स्ट्रेंथ ट्रेनिंग होती है।
वेट के बिना वर्कआउट नहीं किया जाता है।
वर्कआउट में बारबेल रोड , डम्बल्स और जिम मशीन का प्रयोग किया जाता है।
—एक्सरसाइज—
एक्सरसाइज सामान्य गति का व्यायाम होता है।
इसमें सिंपल और हार्ड दोनों तरह की शारीरिक गतिविधियां की जा सकती है।
एक्सरसाइज वेट के साथ और वेट के बिना भी की जा सकती है।
एक्सरसाइज फ्री वेट , बारबेल रोड या जिम मशीन किसी भी तरह से की जा सकती है।
वर्कआउट कैसे किया जाता है - How do workouts ?
आजकल की युवा पीढ़ी Gym ज्वाइन करना ज्यादा पसदं करती है, इसके लिए वह जिम में कड़ी मेहनत करते है और जल्दी से जल्दी बॉडी बनाना चाहते है।
लेकिन Workout के बारे में उनको ज्यादा जानकारी नही होती है वे दुसरो की देखा – देखी में वर्कआउट करते है उनको यह भी पता नहीं होता की वह वर्कआउट सही तरिके से कर भी रहे है या नहीं !
बहुत से लोगो को देखा गया है की वह जिम तो ज्वाइन कर लेते है, पर वर्कआउट से संबंधित जानकारियों के बारे में पता नहीं होता है। वह दुसरो से पूछने में शर्म महसूस करते है और पूछ नहीं पाते पर कई जिम में तो आपको जिम ट्रेनर भी देखने को नहीं मिलते है। जिसके कारण वह वर्कआउट ठीक से नहीं कर पाते है।
लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। क्योंकि अब आप हमारे लेख को पढ़ कर, वर्कआउट कैसे किया जाता है। बॉडी के लिए पोजीशन और पोस्चर कैसा होगा और कितने रेप्स और सेट्स लगाने है इत्यादि सभी जानकारिया जान जाएंगे।
कैसे करें वर्कआउट – अलग-अलग बॉडी पार्ट्स के लिए अलग आर्टिकल है, बस नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें ।