मानव शरीर पांच तत्वों से मिलकर बना है। यह तत्व मिट्टी, पानी ,अग्नि ,वायु और सूर्य है। मानव शरीर के लिए सबसे अधिक जरूरत पानी की होती है। बिना पानी के मानव शरीर नाश्वर के समान होता है। मनुष्य के शरीर में गर्मी यकायक नहीं बढ़ती। इसके लिए मानव का रहन सहन उसके जीवन में खानपान का तरीका और काफी हद तक वातावरण में परिवर्तन का प्रभाव होता है । जब शरीर का तापमान सामान्य रहता है। तो व्यक्ति खुद को स्वस्थ महसूस करता है। लेकिन जैसे ही बॉडी टेंपरेचर में थोड़ा सा भी उतार-चढ़ाव आने लगता है। तो कई लक्षण नजर आने लगते हैं । जानकारों के मुताबिक शरीर का औसतन तापमान 97. 8 डिग्री फॉरेनहाइट से लेकर 99.1 डिग्री फॉरेनहाइट के बीच माना गया है। अगर मनुष्य के शरीर का तापमान इस आंकड़े से ज्यादा होता है। तो यह किसी समस्या यह बीमारी के संकेत हो सकते हैं। वही गर्म मौसम के कारण शरीर का तापमान बढ़ सकता है। इसलिए मनुष्य को कोशिश करनी चाहिए कि अपने शरीर को गर्मी से बचाए और स्वस्थ बनाए। आज हम आपको इस आर्टिकल में यह बताने की पूरी कोशिश करेंगे कि मनुष्य के शरीर में गर्मी बढ़ने के कारण क्या हैं। इसके उपाय को लेकर पूरी विस्तृत जानकारी आपको देंगे।
शरीर में गर्मी बढ़ने का मुख्य कारण क्या है
वातावरण गर्म होने के कारण शरीर का तापमान बढ़ जाता है। इससे व्यक्ति को अधिक पसीना आने लगता है । साथ ही अधिक गर्मी भी लगने लगती है । वातावरण के अलावा एक्सरसाइज और कुछ बीमारियां शरीर के अंदर गर्मी को बढ़ा देती हैं शरीर में गर्मी बढ़ने के मुख्य कारण इस प्रकार हैं।
गर्म मौसम : लगातार गर्म और उमस भरे मौसम में लंबे समय तक रहने से शरीर का तापमान बढ़ जाता है। जो लोग बाहरी वातावरण में अधिक रहते हैं । उन्हें ज्यादा गर्मी महसूस होती है। इसके अलावा जो लोग अधिक कपड़े पहनते हैं । उनके शरीर में भी तापमान की वृद्धि होती है। अधिक गर्म चीजें खाने से भी शरीर का तापमान बढ़ जाता है।
देर तक धूप में काम करना : धूप में अधिक समय रहने या काम करने से शरीर में गर्मी बढ़ती है । इतना ही नहीं धूप में रहने से हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। खासतौर पर बच्चों और वयस्कों में हीट स्ट्रोक का खतरा अधिक बढ़ता है । धूप में रहने से बॉडी डिहाइड्रेट हो जाती है। इससे शरीर में गर्मी का एहसास होने लगता है ।अधिक बार प्यास भी लगने लगती है।
अधिक एक्सरसाइज करना: जब कोई व्यक्ति हैवी एक्सरसाइज करता है। तो उसके शरीर में गर्मी बढ़ने लगती है। इसके अलावा ज्यादा चलने से भी गर्मी बढ़ जाती है। शरीर का तापमान सामान्य रखने के लिए लाइट एक्सरसाइज करना चाहिए। बहुत अधिक चलने फिरने से बचना चाहिए।
बुखार: वायरस और बैक्टीरिया जैसे कीटाणुओं से संक्रमित होने के कारण शरीर का तापमान बढ़ जाता है। बढ़ा हुआ तापमान शरीर को कई बीमारियों से लड़ने का मदद करता है। जिसके कारण बुखार आ जाता है। लगातार बुखार होने से शरीर का तापमान एक समान रहता है। जो गर्मी का एहसास दिलाता है।
शरीर में गर्मी बढ़ने के अन्य कारण
शरीर में गर्मी बढ़ने के बताए गए कारण के अलावा अन्य मुख्य कारण भी हैं। कुछ विशेष प्रकार की बीमारियां भी शरीर के तापमान को प्रभावित करते हैं । गठिया ल्यूकेमिया और न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर शरीर में गर्मी बढ़ा सकते हैं। इसलिए शरीर में गर्मी बढ़ने के अन्य कारण इस प्रकार हैं।
शरीर में सूजन संबंधी बीमारी होने का कारण मसालेदार और अधिक तला हुआ भोजन करना ,मांस और अन्य हाई प्रोटीन फूड्स का सेवन करना ,कैफीन और शराब अधिक मात्रा में पीना ,कुछ एंटीबायोटिक दवाइयां खाना इसके मुख्य कारण है।
शरीर की गर्मी दूर करने के उपाय
ऐसी परिस्थितियों में यह बेहद महत्वपूर्ण होता है कि
अपने शरीर की गर्मी को दूर करने के लिए हम प्राकृतिक तरीकों का उपयोग करें । खासकर हमें एलोपैथिक दवाइयों से दूरी बनानी चाहिए । शरीर की गर्मी दूर करने के लिए हमें खाने-पीने की आदतें ,कपड़े पहनने की आदतें ,व्यायाम जैसी कई आदतों का समावेश करना चाहिए । आइए जानते हैं । शरीर की गर्मी दूर करने के कुछ प्राकृतिक उपाय ।
अधिक मात्रा में पानी पीना
अक्सर गर्मियों में लोगों के शरीर में पानी की कमी देखी जाती है। जिसके कारण कई लोग डिहाइड्रेशन का शिकार हो जाते हैं। और बेहोश हो जाते हैं । इसलिए गर्मियों में ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की नसीहत दी जाती है। गर्मियों में शारीरिक श्रम करने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इसलिए विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि एक वयस्क व्यक्ति को गर्मियों में कम से कम दिन में 4 से 5 लीटर पानी अवश्य पीना चाहिए। हो सके तो पानी में थोड़ी-सी चीनी और नमक डालकर पानी पीना चाहिए। यह पदार्थ इलेक्ट्रोलाइट्स का काम करती है।
गर्मी की आदत डालें
कई लोगों का शरीर काफी नाजुक होता है। जो गर्मी को बर्दाश्त नहीं कर पाते। ऐसे लोग गर्मियों में A C, कूलर, पंखे में रहना ज्यादा पसंद करते हैं। जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। क्योंकि इससे हमारा शरीर को गर्मी सहन करने की आदत नहीं होती। कभी-कभी थोड़ी सी भी गर्मी में बाहर निकलते ही हम बीमार होने लगते हैं। इसलिए महत्वपूर्ण है कि शरीर को हर वातावरण में अनुकूलित करना चाहिए। मनुष्य को हर मौसम में ढलने की आदत डालनी चाहिए। इससे शरीर बीमार नहीं पड़ेगा।
पहनावे का ध्यान रखें
फैशन की दुनिया में ज्यादातर लोग गर्मियों में गर्मी को ना देखते हुए अधिक चमकीले और टाइट कपड़े पहनते हैं। गर्मियों के समय हमेशा हल्के रंग के ढीले कपड़े ही पहने चाहिए। विज्ञान के नियमों के अनुसार गहरे रंग पर सूर्य की किरणों का प्रभाव अधिक पड़ता है जबकि हल्के रंग सूर्य की किरणों को कम मात्रा में प्रभावित करते हैं। इस कारण यदि हम सफेद क्रीम और पीले इत्यादि रंग के कपड़े पहनते हैं। तो हमें कम गर्मी लगती है। साथ ही ढीले कपड़े से हमें सांस लेने में परेशानी नहीं होती है।
पानी से जुड़े खाद्य पदार्थों का सेवन करें
शरीर की गर्मी को दूर करने के लिए हमें पानी से जुड़े खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। कई खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं। जिनमें पानी की मात्रा अधिक होती है। जैसे ककड़ी पत्ता गोभी, तरबूज, खीरा आदि। गर्मी में ऐसे पदार्थ का सेवन करने से शरीर में पानी की मात्रा बढ़ती है । और शरीर का तापमान कम रहता है। इसके अलावा यह सरल पदार्थ है। जो सरलता से पंच जाते हैं।
पेय पदार्थों का सेवन
गर्मियों में हो सके तो खाद्य पदार्थों की बजाय पेय पदार्थों का ज्यादा सेवन अधिक करना चाहिए। जिससे शरीर में पानी की मात्रा बरकरार रहती है। इन पदार्थों में अनार तरबूज , आम, नारियल पानी ,नींबू पानी , एलोवेरा जूस जैसे खाद्य पदार्थों का समावेश होता है। इन पर पदार्थों का प्रभाव शरीर में तो पड़ता है साथ ही यह पदार्थ हमारी सुंदरता को भी निकालते हैं।
सत्तू का सेवन करें
गर्मियों के मौसम में चने से तैयार होने वाला सत्तू काफी लाभकारी है। सत्तू हमारे शरीर को ठंडा बनाए रखता है। गर्मियों में सत्तू का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए। सत्तू खाने का सबसे आसान तरीका यह है कि पानी में सत्तू, नींबू, नमक मिला लें, फिर उसे घोलकर पी लें, इसे पीने से पेट ठंडा रहता है। और शरीर की गर्मी को दूर भगाता है ।
प्राणायाम करें
वैसे गर्मियों में ज्यादा शारीरिक श्रम हमारे लिए शरीर के लिए खतरनाक साबित होता है। लेकिन प्राणायाम करने से ऊर्जा मिलती है। ऐसे कई सारे प्राणायाम है। जो शीतल और शीतकारी प्राणायाम हैं। जिन्हें करने से शरीर की गर्मी कम होती है।
शरीर में गर्मी बढ़ने के लक्षण क्या है ।
शरीर में गर्मी बढ़ने के लक्षण निम्न प्रकार हैं।
पेट में गैस बनना, कब्ज होना ,खाना खाने के बाद खट्टी डकार आना , छाती में जलन महसूस होना ,गले में जलन महसूस होना, पेट फूलना, सिर में दर्द होना ,जी मिचलाना, शरीर से अधिक पसीना निकलना, चेहरे पर जलन महसूस होना, शरीर में घमोरियां निकलना, त्वचा को छूने से गर्माहट का अहसास होना, उल्टी जैसा महसूस होना, हार्ट बीट तेज होना, मानसिक स्थिति ठीक ना होना , त्वचा सूखी लगना, आदि इसके प्रमुख लक्षण हैं।
शरीर में गर्मी दूर करने के लिए इन पेय पदार्थों का सेवन करें।
नारियल पानी : नारियल पानी में विटामिन और मिनरल अच्छी मात्रा में होते हैं। इसमें इलेक्ट्रोलाइट्स भी होते हैं। रोजाना नारियल पानी पीकर शरीर की गर्मी को शांत किया जा सकता है। दरअसल नारियल पानी की तासीर ठंडी होती है। इससे शरीर को भी ठंडक मिलती है। साथ ही नारियल पानी पीने से शरीर तरोताजा व ऊर्जावान बना रहता है। आप सिर्फ नारियल पानी ही नहीं बल्कि अन्य लिक्विड पदार्थ पी सकते है। इससे शरीर ठंडा बना रहता है। इसके लिए ठंडा जूस, नींबू पानी पिया जा सकता है।
पुदीना : पुदीने में मेंथॉल अधिक होता है। पुदीने को इसके शीतल गुणों के लिए जाना जाता है। शरीर में गर्मी बढ़ने पर पुदीने की चाय पीना अधिक फायदेमंद है। इससे शरीर को ठंडक के साथ कई पोषक तत्व मिलते हैं। आप पुदीने की ठंडी चाय बनाकर पी सकते हैं। शरीर को ठंडा रखने के लिए पुदीना रामबाण इलाज माना गया है। इसके लिए एक गिलास पानी में पुदीने की कुछ पत्तियां डालें और इसे अच्छी तरह उबालें। फिर छानकर पानी को ठंडा कर लें। अब शहद मिलाकर पी लें। इससे आपकी पेट और शरीर दोनों की गर्मी दूर हो जाएगी।
ठंडक पहुंचाने वाले फल खाएं
शरीर की गर्मी को दूर करने के लिए ठंडी तासीर वाले फलों का सेवन करना चाहिए। इसके लिए आप खरबूजा तरबूज, स्ट्रॉबेरी, सेब, नाशपाती, खीरा, ककड़ी खा सकते है। ये सभी फल शरीर को ठंडक पहुंचाते हैं। साथ ही इनमें पानी की मात्रा अधिक होती है। जिससे बॉडी हाइड्रेट रहती है